देहरादून। केदारघाटी में आई आपदा के बाद रेस्क्यू अभियान का आज छठा दिन है। धाम में आज भी मौसम खराब है। विजिबिलिटी बाधित होने के चलते हेली सेवाओं से अब तक रेस्क्यू शुरू नहीं किया जा सका है।
वहीं, विपरीत परिस्थितियों के बीच पैदल मार्ग से रेस्क्यू अभियान जारी है। आज केदारनाथ से 231 लोगों को सकुशल सोनप्रयाग पहुंचा दिया है। वहीं, 516 लोग जंगलचट्टी पहुंच गए। केदारनाथ धाम में अब भी डेढ़ हजार से अधिक लोग मौजूद हैं, जिसमें कुछ यात्री शामिल हैं।
पहले चरण में 231 लोगों को केदारनाथ से छानी कैंप पहुंचने के बाद रेस्क्यू दल के जवानों ने भूस्खलन प्रभावित लिंचोली से गौरीकुंड पहुंचाया। यहां से इन लोगों को हाईवे के सहारे सोनप्रयाग भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र तक भेजा गया, जहां पर मंदाकिनी नदी में सेना द्वारा बनाई गई अस्थायी पुलिया से सभी को बाजार तक सुरक्षित लाया गया।
वहीं सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी पर सेना द्वारा बनाए गए पैदल पुल का निर्माण पूरा होने से भी रेस्क्यू एव राहत कार्यों में बड़ी राहत मिली है। सड़क एवं पैदल मार्गों के पुनर्स्थापन का कार्य तेजी से शुरू हो गया है। विभिन्न स्थानों पर पीडब्लूडी की टीम की निगरानी में पैदल यात्रा मार्गों का निर्माण शुरू हो गया है। वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाशआउट एरिया एवं अन्य क्षतिग्रस्त मार्गों पर कार्य शुरू कर चुके हैं।
15-एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट आरएस धपोला ने बताया कि 231 यात्री व अन्य का रेस्क्यू किया गया है। दूसरी तरफ एसडीआरएफ ने लिंचोली क्षेत्र में अन्य संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए श्वान दल की मदद से सर्च अभियान शुरू कर दिया है।