देहरादून। देवभूमि गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर इस बार संस्थापक अध्यक्ष व पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट खासे नाराज हैं। वे अपने बयान पर अडिग हैं और कल सुबह गोल्ड कप टूर्नामेंट के उद्घाटन अवसर पर स्पोर्ट्स कॉलेज गेट पर धरना देंगे। धरने में शामिल होने के लिए इंटक, महिला मंच, गढ़वाल सभा समेत कई सामाजिक संस्थाओं से भी संपर्क किया गया है। साथ ही बिष्ट ने अपने करीबियों से भी धरने में शामिल होने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि कोविडकाल के बाद इस वर्ष सीएयू के सहयोग से प्रदेश का प्रतिष्ठित ऑल इंडिया गोल्ड कप कल से शुरू होने जा रहा है। गोल्ड कप की नींव रखने वाले संस्थापक अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट और सचिव पीसी वर्मा के बीच सीएयू यानि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को बीसीसीआई की मान्यता मिलने के बाद से खटास लगातार बढ़ती गई। दोनों के बीच दूरी बढ़ने का एक कारण यह भी रहा कि मान्यता मिलने के बाद से ही बिष्ट की अनदेखी की जाने लगी। एसोसिएशन में कोषाध्यक्ष नियुक्त किए गए बिष्ट खेमे के पृथ्वी सिंह नेगी को बिना किसी ठोस कारण के मनमाने तरीके से पद से हटा दिया गया। उसके बाद से बिष्ट और वर्मा के बीच दूरियां और ज्यादा बढ़ गई। हालांकि, एसोसिएशन के वरिष्ठ लोगो ने कई बार दोनों मित्रों के बीच मतभेद सुलझाने के प्रयास भी किए लेकिन कोई सफलता हासिल नहीं हुई। नतीजन, इस बार जब गोल्ड कप से बिष्ट को किनारे कर उनकी जगह मदन कोहली को अध्यक्ष बना दिया गया। इस बात से बिष्ट का पारा इन दिनों सातवे आसमान पर है। उनका स्पष्ट कहना है कि गोल्ड कप को आज इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है। उनसे बिना पूछे, बिना बातचीत के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। बिष्ट का कहना है कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसे बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यही कारण है कि वे कल कॉलेज के गेट पर धरना देंगे। इतना ही नहीं, हीरा सिंह ने उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि वन एवम तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल को भी अपने इस कार्यक्रम के बारे में सूचित कर दिया है। बिष्ट और वर्मा दोनों पक्षों की ओर से पुलिस को भी सूचना दे दी गई है।