देहरादून। उत्तराखंड के तराई हिस्सों में जरायमराज होने पर आज DGP अशोक कुमार ने आदेश ज़रा कर काशीपुर में खनन कारोबारी की हत्या-डोईवाला में मंत्री के रिश्ते के भाई के घर दिन दहाड़े डकैती और हरिद्वार में पुलिस पर फायरिंग मामले का खुलासा 3 दिन में करने का अल्टीमेटम दे दिया. सबंधित जिलों के पुलिस कप्तानों को भी चेता दिया गया कि इसमें नाकामी की सूरत में उनको भी नाकाम मान लिया जाएगा.कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने अपराधों की बढ़ती तादाद पर DGP से इस्तीफा माँगा है. उन्होंने आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अपराधों को नियंत्रित करने में पुलिस नाकाबिल साबित हो रही.
काशीपुर (उधम सिंह नगर) के SSP मंजुनाथ)-हरिद्वार के SSP योगेन्द्र सिंह रावत और देहरादून के SSP दिलीप सिंह कुंवर हैं. तराई का हिस्सा इन दिनों धड़ाधड़ हो रहे संगीन जुर्म के कारण दहल सा उठा है. पुलिस की नाकामी के चलते सरकार पर विपक्ष के हमले तेज हो रहे. CM पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में बेहद नाराजगी और गुस्सा पुलिस महकमे के प्रति जतलाया है.
पुलिस के लिए लज्जा की बात ये है कि जरायमपेशा जिस अंदाज में कांडों को अंजाम दे रहे, उससे लग रहा कि उनमें न तो पुलिस का खौफ है न ही पुलिस के प्रताप को चुनौती देने में उन्हें कोई हिचक ही है. काशीपुर में खनन कारोबारी को घर में घुस के बेख़ौफ़ गोली मार के अपराधी बाइक पर भागे.
डोईवाला में वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के रिश्ते के भाई के घर डोईवाला शहर में दिन दहाड़े डकैती डाल दी गई. हरिद्वार में पुलिस पर ही फायरिंग झोंक दी गई.ये ऐसी मिसालें है, जो अपराधियों के दुस्साहस को साबित करता है. साथ ही पुलिस की खिल्ली-मखौल उड़ाना जैसा है. पुलिस तथा कानून-व्यवस्था अचानक गहरे सवालों के दायरे में आ गई है.