देहरादून। कोरोना की लहर में अपनी जान जोखिम में डालकर सेवा करने वाले कोरोना वारियर्स के सामने अब आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। ओइटसोर्स के माध्यम से मानदेय पर नियुक्त किये गए इन कोरोना वारियर्स का अनुबंध 31मार्च को खत्म हो चुका है। अपनी नौकरी खोने से परेशान करीब 500 से अधिक कोरोना वारियर्स ने शुक्रवार शाम को दून अस्पताल से गांधी पार्क तक अपनी सेवाओं को जारी रखने और सरकार का इस ओर ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से मशाल जुलूस निकाला। पहले भी एक बार आंदोलन हो चुका है जिसके बाद सरकार ने एक महीने का एक्सटेंसन दिया था। अब नई सरकार का गठन हो चुका है, ऐसे में अब इन सभी कर्मचारियों को नए स्वास्थ्य मंत्री से काफी उम्मीदें हैं। कोरोनाकाल में कुल 610 कर्मचारियों को आउटसोर्स के माध्यम से रखा गया था और इनका अब तक का भुगतान भी कर दिया गया है।