देहरादून। पुलिस ने ज्वेलर्स कारोबारी से लूट में बड़ा खुलासा किया है। लूट के तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। इन्होंने 18 फरवरी की रात साढ़े आठ बजे सेलाकुई बाजार में सर्राफ से लूट की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी बिजनौर के रहने वाले हैं।
सेलाकुई के मुस्तकीम पुत्र अब्दुल वहीद की रहमानी डाक्टर सेलाकुई के पास दुकान है। 18 फवरी की रात में बदमाशों ने जनपद देहरादून सर्राफा व्यापारी को तमंचे के बल पर लूट लिया था। लूट का खुलासा करने के लिए देहरादून पुलिस ने पांच टीमें बनाई थी। साथ ही घटना स्थल एवं उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस बदमाशों तक पहुंचने में कामयाब हुई। पुलिस ने सेलाकुई क्षेत्र के 300 कैमरों की फुटेज की जांच की। इसमें एक मोटरसाइकिल की पहचान हुई, जो लूट की वारदात करने और उससे पहले रेकी करने के लिए बदमाशों ने प्रयुक्त की थी। जांच में पुलिस को पता लगा कि घटना में शामिल तीनों बदमाश तीन व्यक्ति बिजनौर से आये थे और बहादरपुर रोड कमरा किराया पर लिया और लूट के बाद ज्वैलरी धूलकोट जंगल मे छुपाई है। जब वह 24 फवरी को जंगल में ज्वेलरी लेने पहुंचने थे तो पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। एसएसपी देहरादून ने पुलिस टीम को पांच हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
कंपनी के कर्मचारी है लूट का सूत्रधार
मिथुन उर्फ बादल पूर्व में सिडकुल सेलाकुई में एक कंपनी में नौकरी कर चुका है जो विगत 2 माह पूर्व अपने गांव बिजनौर चला गया था, अभियुक्त मिथुन उर्फ बादल जो घटना का सूत्रधार है। उसके दो अन्य साथियों जौनी कुमार और रंजीत उर्फ प्रधान के साथ मिलकर बिजनौर में घटना की साजिश रची। यह तीनों अभियुक्त दिनांक 17 फरवरी को बिजनौर से अभियुक्त रंजीत उर्फ प्रधान की मोटरसाइकिल नंबर UP20BM-2219 से सेलाकुई आए और वारदात को अंजाम दिया। घटना से पहले रंजीत को सेलाकुई से रोडवेज की बस में बैठाकर देहरादून आईएसबीटी भेजा था। अभियुक्त जॉनी 12 वीं कक्षा तक पढा है तथा बिजनौर में किराना की दुकान मे काम करता है अभियुक्त रंजीत 9 वीं कक्षा तक पढा है तथा खेती बाड़ी का काम करता है।