देहरादून। सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में खुलकर बयानबाजी कर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) की छवि धूमिल करना एसोसिएशन के तीन सदस्यों को भारी पड़ सकता है। एसोसिएशन की ओर से तीनों सदस्यों को पूर्व में कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। इनमें से दो के जवाब मिल गए हैं जबकि एक सदस्य का जवाब न मिलने पर उन्से दोबारा लिखित में स्पष्टीकरण मांगा गया है। तीनों सदस्यों के जवाब मिलने के बाद एपेक्स बॉडी की ओर से रिपोर्ट लोकपाल को भेजी जाएगी। उधर, निवर्तमान कोषाध्यक्ष पृथ्वी सिंह नेगी के मसले पर अब गेंद लोकपाल के पाले में सरका दी गई है। नेगी के मामले में बनाई गई जांच कमेटी की रिपोर्ट एपेक्स बॉडी ने लोकपाल को सौंप दी है। अब आगे की करवाई लोकपाल ही करेंगे। यह फैसले आज हुई एपेक्स काउंसिल की बैठक में लिए गए।
सोमवार को रामनगर, नैनीताल में एसोसिएशन की एपेक्स काउंसिल की बैठक संपन्न हुई। बैठक में नई नियमावली सत्र 2022-23 से लागू करने पर मुहर लगी। वहीं, बैठक में यह भी तय हुआ कि अब दूसरे राज्यों के खिलाड़ी जो कई वर्षों से उत्तराखंड में रह रहे हैं उनको अब उत्तराखंड की मुख्य टीम में प्रवेश करने के लिए पहले दो साल तक यहां घरेलू टूर्नामेंट में खेलना अनिवार्य होगा। इसके बाद तीसरे साल में वे चयन प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे। इसके अलावा टीम चयन, टूर्नामेंट के आयोजन, खिलाड़ियों का महंगाई भत्ता आदि में कुछ संशोधन किए गए।