देहरादून। देहरादून के एफआरआई में हुई भर्तियों पर सवाल उठने लगे हैं। बताया कि जा रहा है कि यहां अभ्यर्थियों की जगह पर दूसरे व्यक्ति ने परीक्षा दी। इसकी शिकायतें एफआरआई के पास भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया कि संस्थान में ही पत्र तैयार किए जाते हैं और फिर अपने करीबी लोगों को प्रश्न पत्र लिख करा दिया जाता है। इसके चलते हाल ही में संस्थान मे ग्रुप सी के पदों पर भर्तियों में फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रुप सी के पदों पर दूसरे नंबर पर चयनित अभ्यर्थी सनी चौटाला की नियुक्ति को लेकर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं जिस पर वानिकी अनुसंधान में कोई कार्यवाही नहीं की है। सेमवाल ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखते हुए आग्रह किया है कि इन सभी भर्तियों की अपने स्तर से थर्ड पार्टी जांच करवाई जाए क्योंकि संस्थान में ही प्रश्न पत्र तैयार होते हैं और इसके चलते व्यापक अनियमितताओं की बातें सामने आ रही है।
सेमवाल ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि इस भर्ती घोटाले की समय बद्ध जांच करते हुए दोषियों को तत्काल सजा दी जाए ताकि भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की नीति लागू हो सके।
इससे पहले भी भारतीय वन अनुसंधान यानी एफआरआई में भर्तियों में गड़बड़ी के आरोप लग चुके हैं। जबकि एम्स ऋषिकेश में राजस्थान से नर्सों की भर्ती को लेकर राज्य में पहले ही बवाल उठ चुका है। इसकी सीबीआई जांच चल रही है।