देहरादून। विधानसभा चुनाव में हॉट टॉपिक रहा मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। कांग्रेस नेता आकिल अहमद ने कहा कि यदि कांग्रेस मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने में सहयोग नहीं करेगी तो वे खुद यूनिवर्सिटी की नींव रखेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड में एक मुस्लिम यूनिवर्सिटी होनी चाहिए जिसमें उनके समुदाय के लोगों को कम फीस में शिक्षा मिल सके।
रविवार को सहसपुर विधानसभा से कांग्रेस के टिकट के लिए दावेदारी कर रहे आकिल अहमद ने पत्रकारो से बातचीत में अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान उन्हें टिकट नहीं दिया गया जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व को अपना 10 सूत्री मांग पत्र सौंपा। उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की मांग प्रमुख रूप से मांगपत्र में शामिल थी। अहमद का कहना है कि कांग्रेस के जो नेता हार का ठीकरा मेरे सिर पर फोड़ रहे हैं उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए, जिन वरिष्ठ नेताओं और स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों ने टिकट बांटे उन्हें इस बात की समीक्षा जरूर करनी चाहिए कि आखिर पांच साल तक क्षेत्र में मेहनत करने वाले व्यक्ति को टिकट क्यों नहीं दिया गया। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ करवाई भी। आगामी लोकसभा चुनाव में यदि जनता चाहेगी तो वे हरिद्वार लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ सकते हैं।